shiv chalisa in hindi Things To Know Before You Buy

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शिव सागर में जो में उतरा शिव ने पार उतारा,

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

माँ री माँ वो डमरू वाला, तन पे पहने मृग की छाला।

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥

कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

श्री शिव जी परम दयालु हैं। वह अपने भक्तों पर अतिशीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। श्री शिव जी अपने ऐसे ही सरलता के कारण जनमानस में more info सबके प्रिय देवता हैं। आज यहां पर हम श्री शिव जी के सबसे लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स जानेंगे।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

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